Objective Sociology (Hindi)

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Author: Ajay Kumar
Publisher: Ramesh Publishing House
ISBN-10: 9789387918
ISBN-13: 9789387918481
Publishing year: 5 December 2022
No of pages: 196
Weight: 200 g
Book binding: Paperback

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<p><span data-sheets-value="{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:&quot;प्रस्तुत पुस्तक की रचना उन विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के अभ्यर्थियों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर की गई है जिनमंम यह विषय परीक्षा का एक महत्त्वपूर्ण अंग होता है। पुस्तक में यह प्रयास किया गया है कि पाठकांे को ‘समाजशास्त्र’ विषय का संक्षिप्त एवं वस्तुनिष्ठ प्रश्नोत्तरों के रूप में परिचय करवाया जाए जिससे कि उन्हें इस विषय का अपेक्षित ज्ञान व अभ्यास सुगमता से हो सके एवं इसकी भाषा भी इतनी सरल हो जिसे पाठक आसानी से समझ एवं स्मरण कर सकें। पुस्तक में प्रस्तुत प्रश्नोत्तरों के समुचित अध्ययन एवं अभ्यास द्वारा पाठक प्रश्नों को हल करने की अपनी क्षमता का सही विकास एवं गति में पर्याप्त सुधार कर सकेंगे तथा परीक्षा का सामना आत्मविश्वास-पूर्वक कर सकेंगे। आशा है, यह पुस्तक अवश्य ही सभी जिज्ञासु पाठकों एवं प्रतियोगी परीक्षाओं के अभ्यर्थियों के लिए ‘गागर में सागर’ समान उपयोगी सिद्ध होगी एवं उनकी सफलता में सहायक बनेगी।&quot;}" data-sheets-userformat="{&quot;2&quot;:12477,&quot;3&quot;:{&quot;1&quot;:0,&quot;3&quot;:1},&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:[{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0,&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0}},{&quot;1&quot;:0,&quot;2&quot;:0,&quot;3&quot;:3},{&quot;1&quot;:1,&quot;2&quot;:0,&quot;4&quot;:1}]},&quot;6&quot;:{&quot;1&quot;:[{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0,&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0}},{&quot;1&quot;:0,&quot;2&quot;:0,&quot;3&quot;:3},{&quot;1&quot;:1,&quot;2&quot;:0,&quot;4&quot;:1}]},&quot;7&quot;:{&quot;1&quot;:[{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0,&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0}},{&quot;1&quot;:0,&quot;2&quot;:0,&quot;3&quot;:3},{&quot;1&quot;:1,&quot;2&quot;:0,&quot;4&quot;:1}]},&quot;8&quot;:{&quot;1&quot;:[{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0,&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0}},{&quot;1&quot;:0,&quot;2&quot;:0,&quot;3&quot;:3},{&quot;1&quot;:1,&quot;2&quot;:0,&quot;4&quot;:1}]},&quot;10&quot;:1,&quot;15&quot;:&quot;Calibri&quot;,&quot;16&quot;:11}" style="font-size: 11pt; font-family: Calibri, Arial;">प्रस्तुत पुस्तक की रचना उन विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के अभ्यर्थियों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर की गई है जिनमंम यह विषय परीक्षा का एक महत्त्वपूर्ण अंग होता है।<br>पुस्तक में यह प्रयास किया गया है कि पाठकांे को ‘समाजशास्त्र’ विषय का संक्षिप्त एवं वस्तुनिष्ठ प्रश्नोत्तरों के रूप में परिचय करवाया जाए जिससे कि उन्हें इस विषय का अपेक्षित ज्ञान व अभ्यास सुगमता से हो सके एवं इसकी भाषा भी इतनी सरल हो जिसे पाठक आसानी से समझ एवं स्मरण कर सकें।<br>पुस्तक में प्रस्तुत प्रश्नोत्तरों के समुचित अध्ययन एवं अभ्यास द्वारा पाठक प्रश्नों को हल करने की अपनी क्षमता का सही विकास एवं गति में पर्याप्त सुधार कर सकेंगे तथा परीक्षा का सामना आत्मविश्वास-पूर्वक कर सकेंगे।<br>आशा है, यह पुस्तक अवश्य ही सभी जिज्ञासु पाठकों एवं प्रतियोगी परीक्षाओं के अभ्यर्थियों के लिए ‘गागर में सागर’ समान उपयोगी सिद्ध होगी एवं उनकी सफलता में सहायक बनेगी।</span><br></p>