Biography of Indira Gandhi (Hindi)

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Author: RPH Editorial Board
Publisher: Ramesh Publishing House
ISBN-13: 9789350128626
Publishing year: 7 March 2021
No of pages: 56
Book binding: Paperback

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<p><span data-sheets-value="{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:&quot;भारत की प्रथम महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी, जिन्होंने अपने जीवनकाल में बहुत से ऐसे कार्य किए, जिनसे भारत देश को अपना अस्तित्व बनाए रखने में बहुत मदद मिली, बीसवीं सदी की विश्व की सर्वाधिक चर्चित महिला राजनीतिज्ञों में से एक थीं। उनके पिता पंडित जवाहरलाल नेहरू स्वतंत्र भारत के प्रथम प्रधानमंत्री थे। इंदिरा गांधी ने भारी समस्याओं एवं चुनौतियों का सामना करते हुए अपना संपूर्ण जीवन देश की प्रगति के लिये अर्पित कर दिया। 1971 में पाकिस्तान से युद्ध के दौरान बांग्लादेश के गठन में उन्होंने एक सक्रिय भूमिका निभाई, जिससे न केवल पाकिस्तान के दो टुकड़े हो गए बल्कि उसकी शक्ति भी आधी रह गई। इन्दिरा गांधी के निडर राजनीतिक नेतृत्व के कारण ही पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी ने उन्हें ‘दुर्गा’ की संज्ञा दी थी। 1974 में उन्होंने पोखरण में परमाणु का परीक्षण करवाया जिससे भारत भी परमाणु के क्षेत्र में आगे बढ़ सका। इसके कारण उन्हें अमेरिका जैसे बड़े देश की नाराजगी का भी सामना करना पड़ा लेकिन उन्होंने कभी इसकी परवाह नहीं की क्योंकि उन्हें तो अपने देश को बुलंदियों तक पहुँचाना था, जिसके लिए यह जरूरी था। प्रस्तुत पुस्तक में इंदिरा गांधी के संपूर्ण जीवन को संक्षेप में दर्शाने का प्रयास किया गया है। पुस्तक उनके पारिवारिक जीवन, राजनीतिक सफर, जीवन की महत्वपूर्ण घटनाओं और अंततः दुःखद मृत्यु का संक्षिप्त किंतु रुचिपूर्ण विवरण प्रस्तुत करती है। यद्यपि यह जीवनी संक्षिप्त है किंतु फिर भी उनके जीवन की मुख्य घटनाओं पर पर्याप्त प्रकाश डालने में सक्षम है।&quot;}" data-sheets-userformat="{&quot;2&quot;:12477,&quot;3&quot;:{&quot;1&quot;:0,&quot;3&quot;:1},&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:[{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0,&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0}},{&quot;1&quot;:0,&quot;2&quot;:0,&quot;3&quot;:3},{&quot;1&quot;:1,&quot;2&quot;:0,&quot;4&quot;:1}]},&quot;6&quot;:{&quot;1&quot;:[{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0,&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0}},{&quot;1&quot;:0,&quot;2&quot;:0,&quot;3&quot;:3},{&quot;1&quot;:1,&quot;2&quot;:0,&quot;4&quot;:1}]},&quot;7&quot;:{&quot;1&quot;:[{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0,&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0}},{&quot;1&quot;:0,&quot;2&quot;:0,&quot;3&quot;:3},{&quot;1&quot;:1,&quot;2&quot;:0,&quot;4&quot;:1}]},&quot;8&quot;:{&quot;1&quot;:[{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0,&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0}},{&quot;1&quot;:0,&quot;2&quot;:0,&quot;3&quot;:3},{&quot;1&quot;:1,&quot;2&quot;:0,&quot;4&quot;:1}]},&quot;10&quot;:1,&quot;15&quot;:&quot;Calibri&quot;,&quot;16&quot;:11}" style="font-size: 11pt; font-family: Calibri, Arial;">भारत की प्रथम महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी, जिन्होंने अपने जीवनकाल में बहुत से ऐसे कार्य किए, जिनसे भारत देश को अपना अस्तित्व बनाए रखने में बहुत मदद मिली, बीसवीं सदी की विश्व की सर्वाधिक चर्चित महिला राजनीतिज्ञों में से एक थीं। उनके पिता पंडित जवाहरलाल नेहरू स्वतंत्र भारत के प्रथम प्रधानमंत्री थे। इंदिरा गांधी ने भारी समस्याओं एवं चुनौतियों का सामना करते हुए अपना संपूर्ण जीवन देश की प्रगति के लिये अर्पित कर दिया। 1971 में पाकिस्तान से युद्ध के दौरान बांग्लादेश के गठन में उन्होंने एक सक्रिय भूमिका निभाई, जिससे न केवल पाकिस्तान के दो टुकड़े हो गए बल्कि उसकी शक्ति भी आधी रह गई। इन्दिरा गांधी के निडर राजनीतिक नेतृत्व के कारण ही पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी ने उन्हें ‘दुर्गा’ की संज्ञा दी थी। 1974 में उन्होंने पोखरण में परमाणु का परीक्षण करवाया जिससे भारत भी परमाणु के क्षेत्र में आगे बढ़ सका। इसके कारण उन्हें अमेरिका जैसे बड़े देश की नाराजगी का भी सामना करना पड़ा लेकिन उन्होंने कभी इसकी परवाह नहीं की क्योंकि उन्हें तो अपने देश को बुलंदियों तक पहुँचाना था, जिसके लिए यह जरूरी था। प्रस्तुत पुस्तक में इंदिरा गांधी के संपूर्ण जीवन को संक्षेप में दर्शाने का प्रयास किया गया है। पुस्तक उनके पारिवारिक जीवन, राजनीतिक सफर, जीवन की महत्वपूर्ण घटनाओं और अंततः दुःखद मृत्यु का संक्षिप्त किंतु रुचिपूर्ण विवरण प्रस्तुत करती है। यद्यपि यह जीवनी संक्षिप्त है किंतु फिर भी उनके जीवन की मुख्य घटनाओं पर पर्याप्त प्रकाश डालने में सक्षम है।</span><br></p>