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<p><span data-sheets-value="{"1":2,"2":"सरदार पटेल एक महान प्रतिभाशाली व्यक्ति थे। उनके जैसे व्यक्ति हजारों वर्षों में एक बार जन्म लेते हैं। ऐसे व्यक्तित्व इतिहास का निर्माण करते हैं और समय की रेत पर अपने पाँवों की अमिट छाप छोड़ जाते हैं जो आने वाली पीढ़ियों का मार्गदर्शन करते हैं और उन्हें जीवन में उच्च लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिये प्रेरणा देते हैं। 20वीं सदी के प्रथम मध्याह्न में वे महात्मा गांधी के साथ भारत के सामाजिक-राजनीतिक परिदृश्य पर उभरे और शीघ्र ही भारत के स्वतंत्रता आंदोलन की प्रथम पंक्ति के नेता बन गए। इसके अतिरिक्त, कड़े अनुशासन द्वारा उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को एक अनुपम एवं मजबूत आधार प्रदान किया। आजादी के बाद, अल्पसमय और सौहार्दपूर्ण तरीकों से उन्होंने 565 अलग-अलग रियासतों को भारतीय संघ में मिलाकर भारत एवं विश्व के इतिहास में अपना अतुलनीय योगदान दिया। यही नहीं, आजादी के बाद उन्होंने कानून-व्यवस्था की स्थिति, जनसंख्या की अदला-बदली एवं अन्य प्रशासनिक समस्याओं को बड़ी कुशलतापूर्वक संभाला। उन्होंने लाखों शरणार्थियों के राहत एवं पुनर्वास में मदद की एवं प्रशासनिक एवं पुलिस सेवाओं का पुनर्गठन करके उनका भारतीयकरण किया और उन्हें लोकतांत्रिक ढाँचे के अनुरूप बनाया जिससे कि वे उन्हें जनता एवं सरकार के मध्य एक कड़ी की भूमिका निभा सकें। उन्होंने मौलिक अधिकार कमेटी सहित अनेक महत्वपूर्ण कमेटियों का नेतृत्व किया और राष्ट्रीय एकता एवं अखंडता की दृष्टि से कार्य किया। इस पुस्तक द्वारा हमने पाठकों को सरदार पटेल के जीवन के प्रायः सभी पहलुओं से अवगत करवाने का प्रयास किया है। पुस्तक उनके बचपन से लेकर अंत समय तक की प्रायः सभी घटनाओं को संक्षेप में प्रस्तुत करती है। हमें आशा है कि इस पुस्तक द्वारा हम पाठकों को उनके जीवन एवं महान व्यक्तित्व से निकट से परिचित करवाने में सफल होंगे।"}" data-sheets-userformat="{"2":12477,"3":{"1":0,"3":1},"5":{"1":[{"1":2,"2":0,"5":{"1":2,"2":0}},{"1":0,"2":0,"3":3},{"1":1,"2":0,"4":1}]},"6":{"1":[{"1":2,"2":0,"5":{"1":2,"2":0}},{"1":0,"2":0,"3":3},{"1":1,"2":0,"4":1}]},"7":{"1":[{"1":2,"2":0,"5":{"1":2,"2":0}},{"1":0,"2":0,"3":3},{"1":1,"2":0,"4":1}]},"8":{"1":[{"1":2,"2":0,"5":{"1":2,"2":0}},{"1":0,"2":0,"3":3},{"1":1,"2":0,"4":1}]},"10":1,"15":"Calibri","16":11}" style="font-size: 11pt; font-family: Calibri, Arial;">सरदार पटेल एक महान प्रतिभाशाली व्यक्ति थे। उनके जैसे व्यक्ति हजारों वर्षों में एक बार जन्म लेते हैं। ऐसे व्यक्तित्व इतिहास का निर्माण करते हैं और समय की रेत पर अपने पाँवों की अमिट छाप छोड़ जाते हैं जो आने वाली पीढ़ियों का मार्गदर्शन करते हैं और उन्हें जीवन में उच्च लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिये प्रेरणा देते हैं। 20वीं सदी के प्रथम मध्याह्न में वे महात्मा गांधी के साथ भारत के सामाजिक-राजनीतिक परिदृश्य पर उभरे और शीघ्र ही भारत के स्वतंत्रता आंदोलन की प्रथम पंक्ति के नेता बन गए। इसके अतिरिक्त, कड़े अनुशासन द्वारा उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को एक अनुपम एवं मजबूत आधार प्रदान किया। आजादी के बाद, अल्पसमय और सौहार्दपूर्ण तरीकों से उन्होंने 565 अलग-अलग रियासतों को भारतीय संघ में मिलाकर भारत एवं विश्व के इतिहास में अपना अतुलनीय योगदान दिया। यही नहीं, आजादी के बाद उन्होंने कानून-व्यवस्था की स्थिति, जनसंख्या की अदला-बदली एवं अन्य प्रशासनिक समस्याओं को बड़ी कुशलतापूर्वक संभाला। उन्होंने लाखों शरणार्थियों के राहत एवं पुनर्वास में मदद की एवं प्रशासनिक एवं पुलिस सेवाओं का पुनर्गठन करके उनका भारतीयकरण किया और उन्हें लोकतांत्रिक ढाँचे के अनुरूप बनाया जिससे कि वे उन्हें जनता एवं सरकार के मध्य एक कड़ी की भूमिका निभा सकें। उन्होंने मौलिक अधिकार कमेटी सहित अनेक महत्वपूर्ण कमेटियों का नेतृत्व किया और राष्ट्रीय एकता एवं अखंडता की दृष्टि से कार्य किया। इस पुस्तक द्वारा हमने पाठकों को सरदार पटेल के जीवन के प्रायः सभी पहलुओं से अवगत करवाने का प्रयास किया है। पुस्तक उनके बचपन से लेकर अंत समय तक की प्रायः सभी घटनाओं को संक्षेप में प्रस्तुत करती है। हमें आशा है कि इस पुस्तक द्वारा हम पाठकों को उनके जीवन एवं महान व्यक्तित्व से निकट से परिचित करवाने में सफल होंगे।</span><br></p>