Pracheen Bhartiya Gyaan Saar / प्राचीन भारतीय ज्ञान सार

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Author: Er. V.K. Jain
Publisher: Khanna publishers
Edition: 1st
ISBN-13: 9789392549168
Publishing year: 2022
No of pages: 317
Book binding: Paperback

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<p>Contents: -<span style="white-space:pre"> </span>1. प्राचीन भारतीय ज्ञान परम्पराएं 2.ऋग्वेद 3.यजुर्वेद 4.सामवेद 5.अथर्ववेद 6.उत्तर वैदिक काल 7.उपवेद, आयुर्वेद 8.धनुर्वेद 9.गंधर्व वेद 10.भारतीय स्थापत्य कलां 11.पष्ठ वेदांग 12.उपांग तथा धर्म शास्त्र 13.मीमासा 14.पुराण 15.तर्कशास्त्र.&nbsp;</p><p>भारतीय छात्रों के लिए यह वर्तमान पुस्तक किसी भी समय तकनीकी और इंजीनियरिंग छात्रों के अध्ययन के लिए उपयुक्त है। यह पुस्तक हिंदी में लिखी गई है और संस्कृत के श्लोकों का हिंदी में अनुवाद है। आशा है कि यह पुस्तक वर्तमान पाठकों को इस ग्रंथ से लाभान्वित करेगी और स्वेच्छा से स्वीकार्य होगी। प्रशस्त पुस्तक "प्राचीन भारतीय ज्ञान सार" भारतीय परम्परा पर आधार चार वेद तथा उपवेदो के श्लोकों का प्रयोग और उनका भावार्थ हिंदी में दिया गया है यह पुस्तक निम्नालिखित है की इसमे सारे विषय शामिल है।</p>