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Biography of Maulana Abul Kalam Azad: Great Scholar & Freedom Fighter (Hindi)

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<p><span data-sheets-value="{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:&quot;मौलाना अबुल कलाम आजाद की जीवनी भारत के एक ऐसे महान स्वतंत्रता सेनानी और राजनेता की जीवनगाथा है जिन्होंने न केवल महात्मा गाँधी और जवाहरलाल नेहरू सरीखे नेताओं के साथ मिलकर भारत की स्वतंत्रता के लिये संघर्ष किया वरन् भारत की स्वतंत्रता प्राप्ति के पश्चात् भारत का शिक्षामंत्री बनकर भारतीयों को अज्ञानता, अशिक्षा और बेरोजगारी की जंजीरों से भी मुक्त कराने का मार्ग प्रशस्त किया। मौलाना आजाद एक प्रख्यात विद्वान थे। वे एक पत्रकार के रूप में कार्य करते हुए ब्रिटिश साम्राज्य की निंदा और भारतीय राष्ट्रीयता की भावना को बल देने वाले लेखों द्वारा प्रसिद्ध हुए थे। उन्होंने खिलाफत आंदोलन का नेतृत्व किया और महात्मा गाँधी के अहिंस, सविनय अवज्ञा और असहयोग आंदोलनों में भाग लिया। उन्होंने मुस्लिमों को उनके रूढ़िवादी विचारों के प्रति जागरूक बनाया और हिन्दू-मुस्लिम एकता के लिये अत्यधिक प्रयास किये। उन्होंने बंगाल के विभाजन और बाद में भारत के विभाजन का भी पुरजोर विरोध किया। पुस्तक में उनके जीवन का प्रेरणादायक विवरण है कि कैसे मक्का में जन्मा एक साधारण बालक बड़ा होकर एक महान स्वतंत्रता सेनानी, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का अध्यक्ष और भारत का प्रथम शिक्षामंत्री बना और स्वतंत्र भारत की नई पीढ़ी को शिक्षा का प्रकाश प्रदान कर उनका भविष्य उज्ज्वल बनाया।&quot;}" data-sheets-userformat="{&quot;2&quot;:12477,&quot;3&quot;:{&quot;1&quot;:0,&quot;3&quot;:1},&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:[{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0,&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0}},{&quot;1&quot;:0,&quot;2&quot;:0,&quot;3&quot;:3},{&quot;1&quot;:1,&quot;2&quot;:0,&quot;4&quot;:1}]},&quot;6&quot;:{&quot;1&quot;:[{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0,&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0}},{&quot;1&quot;:0,&quot;2&quot;:0,&quot;3&quot;:3},{&quot;1&quot;:1,&quot;2&quot;:0,&quot;4&quot;:1}]},&quot;7&quot;:{&quot;1&quot;:[{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0,&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0}},{&quot;1&quot;:0,&quot;2&quot;:0,&quot;3&quot;:3},{&quot;1&quot;:1,&quot;2&quot;:0,&quot;4&quot;:1}]},&quot;8&quot;:{&quot;1&quot;:[{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0,&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0}},{&quot;1&quot;:0,&quot;2&quot;:0,&quot;3&quot;:3},{&quot;1&quot;:1,&quot;2&quot;:0,&quot;4&quot;:1}]},&quot;10&quot;:1,&quot;15&quot;:&quot;Calibri&quot;,&quot;16&quot;:11}" style="font-size: 11pt; font-family: Calibri, Arial;">मौलाना अबुल कलाम आजाद की जीवनी भारत के एक ऐसे महान स्वतंत्रता सेनानी और राजनेता की जीवनगाथा है जिन्होंने न केवल महात्मा गाँधी और जवाहरलाल नेहरू सरीखे नेताओं के साथ मिलकर भारत की स्वतंत्रता के लिये संघर्ष किया वरन् भारत की स्वतंत्रता प्राप्ति के पश्चात् भारत का शिक्षामंत्री बनकर भारतीयों को अज्ञानता, अशिक्षा और बेरोजगारी की जंजीरों से भी मुक्त कराने का मार्ग प्रशस्त किया।<br>मौलाना आजाद एक प्रख्यात विद्वान थे। वे एक पत्रकार के रूप में कार्य करते हुए ब्रिटिश साम्राज्य की निंदा और भारतीय राष्ट्रीयता की भावना को बल देने वाले लेखों द्वारा प्रसिद्ध हुए थे। उन्होंने खिलाफत आंदोलन का नेतृत्व किया और महात्मा गाँधी के अहिंस, सविनय अवज्ञा और असहयोग आंदोलनों में भाग लिया।<br>उन्होंने मुस्लिमों को उनके रूढ़िवादी विचारों के प्रति जागरूक बनाया और हिन्दू-मुस्लिम एकता के लिये अत्यधिक प्रयास किये। उन्होंने बंगाल के विभाजन और बाद में भारत के विभाजन का भी पुरजोर विरोध किया।<br>पुस्तक में उनके जीवन का प्रेरणादायक विवरण है कि कैसे मक्का में जन्मा एक साधारण बालक बड़ा होकर एक महान स्वतंत्रता सेनानी, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का अध्यक्ष और भारत का प्रथम शिक्षामंत्री बना और स्वतंत्र भारत की नई पीढ़ी को शिक्षा का प्रकाश प्रदान कर उनका भविष्य उज्ज्वल बनाया।</span><br></p>

Biography of Lok Nayak Jai Prakash Narayan: Revolutionary & Freedom Fighter (Hindi)

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<p><span data-sheets-value="{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:&quot;लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जीवनी एक ऐसे महान क्रांतिकारी एवं स्वतंत्रता सेनानी की जीवन गाथा है जिसने भारत को स्वतंत्र कराने के लिये न केवल महात्मा गाँधी और जवाहरलाल नेहरू जैसे कांग्रेसी नेताओं के साथ कार्य किया अपितु डाॅ. राममनोहर लोहिया सरीखे महान क्रांतिकारी एवं समाजवादी के साथ भी कंधे से कंधा मिलाकर चले। जे.पी. आरम्भ में माक्र्सवादी विचारधारा से प्रभावित थे किंतु जवाहरलाल नेहरू के कहने पर वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के साथ भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में शामिल हुए। भारत के विभाजन के विषय पर उनका कांग्रेस से वैचारिक मतभेद हो गया और उन्होंने कांग्रेस से अलग होकर अपना अलग दल बना लिया। कुछ समय पश्चात् उन्होंने सक्रिय राजनीति छोड़कर आचार्य विनोबा भावे के भूदान आंदोलन एवं सर्वोदय आंदोलन में भी सक्रिय भूमिका निभाई। पुस्तक में उनके जीवन का एक प्रेरक वर्णन है कि कैसे बिहार का एक सीधा-सादा बालक बड़ा होकर ‘लोकनायक’ अर्थात् भारतीय जनता का नायक कहलाया। &quot;}" data-sheets-userformat="{&quot;2&quot;:12477,&quot;3&quot;:{&quot;1&quot;:0,&quot;3&quot;:1},&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:[{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0,&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0}},{&quot;1&quot;:0,&quot;2&quot;:0,&quot;3&quot;:3},{&quot;1&quot;:1,&quot;2&quot;:0,&quot;4&quot;:1}]},&quot;6&quot;:{&quot;1&quot;:[{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0,&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0}},{&quot;1&quot;:0,&quot;2&quot;:0,&quot;3&quot;:3},{&quot;1&quot;:1,&quot;2&quot;:0,&quot;4&quot;:1}]},&quot;7&quot;:{&quot;1&quot;:[{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0,&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0}},{&quot;1&quot;:0,&quot;2&quot;:0,&quot;3&quot;:3},{&quot;1&quot;:1,&quot;2&quot;:0,&quot;4&quot;:1}]},&quot;8&quot;:{&quot;1&quot;:[{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0,&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0}},{&quot;1&quot;:0,&quot;2&quot;:0,&quot;3&quot;:3},{&quot;1&quot;:1,&quot;2&quot;:0,&quot;4&quot;:1}]},&quot;10&quot;:1,&quot;15&quot;:&quot;Calibri&quot;,&quot;16&quot;:11}" style="font-size: 11pt; font-family: Calibri, Arial;">लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जीवनी एक ऐसे महान क्रांतिकारी एवं स्वतंत्रता सेनानी की जीवन गाथा है जिसने भारत को स्वतंत्र कराने के लिये न केवल महात्मा गाँधी और जवाहरलाल नेहरू जैसे कांग्रेसी नेताओं के साथ कार्य किया अपितु डाॅ. राममनोहर लोहिया सरीखे महान क्रांतिकारी एवं समाजवादी के साथ भी कंधे से कंधा मिलाकर चले।<br>जे.पी. आरम्भ में माक्र्सवादी विचारधारा से प्रभावित थे किंतु जवाहरलाल नेहरू के कहने पर वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के साथ भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में शामिल हुए।<br>भारत के विभाजन के विषय पर उनका कांग्रेस से वैचारिक मतभेद हो गया और उन्होंने कांग्रेस से अलग होकर अपना अलग दल बना लिया। कुछ समय पश्चात् उन्होंने सक्रिय राजनीति छोड़कर आचार्य विनोबा भावे के भूदान आंदोलन एवं सर्वोदय आंदोलन में भी सक्रिय भूमिका निभाई।<br>पुस्तक में उनके जीवन का एक प्रेरक वर्णन है कि कैसे बिहार का एक सीधा-सादा बालक बड़ा होकर ‘लोकनायक’ अर्थात् भारतीय जनता का नायक कहलाया।</span><br></p>

Biography of Acharya Vinoba Bhave: Social Reformer and Spiritual Teacher (Hindi)

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<p><span data-sheets-value="{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:&quot;आचार्य विनोबा भावे की जीवनी एक ऐसे महान समाज सुधारक एवं आध्यात्मिक गुरु की संक्षिप्त जीवन गाथा है जिनको प्रायः महात्मा गाँधी का आध्यात्मिक उत्त राधिकारी माना जाता है। उन्होंने अल्पायु में ही गृहत्याग कर दिया था और अपनी आध्यात्मिक ज्ञान की पिपासा को शांत करने के लिये अनेक प्राचीन वेद गं्रथों का अध्ययन किया। वे महात्मा गाँधी से बहुत प्रभावित थे और एक शिष्य के रूप में उनके आश्रम में आए थे। वे गाँधीजी के अनेक रचनात्मक कार्यक्रमों में गहनता से शामिल रहे। विनोबा व्यक्तिगत सत्याग्रह और भारत छोड़ो आंदोलन में भी प्रमुखता से शामिल थे। भारत की स्वतंत्रता के पश्चात् जब महात्मा गाँधी की हत्या हो गई थी तो अनेक लोगों द्वारा विनोबा को ही उनका उत्त राधिकारी माना गया किंतु वे राजनीति से दूर ही रहे। उन्होंने भारत-भर में भूदान एवं सर्वोदय आंदोलन आरंभ किये और चम्बल घाटी के अनेक दुर्दांत डाकुओं को भी आत्मसमर्पण करने और जीवन को सुधारने हेतु प्रेरित किया। पुस्तक में उनके जीवन का अत्यंत रोचक विवरण है कि कैसे महाराष्ट्र के एक छोटे-से गाँव का साधारण बालक बड़ा होकर एक इतना महान व्यक्ति बन गया कि उसे महान महात्मा गाँधी का आध्यात्मिक उत्त राधिकारी माना जाने लगा।&quot;}" data-sheets-userformat="{&quot;2&quot;:12477,&quot;3&quot;:{&quot;1&quot;:0,&quot;3&quot;:1},&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:[{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0,&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0}},{&quot;1&quot;:0,&quot;2&quot;:0,&quot;3&quot;:3},{&quot;1&quot;:1,&quot;2&quot;:0,&quot;4&quot;:1}]},&quot;6&quot;:{&quot;1&quot;:[{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0,&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0}},{&quot;1&quot;:0,&quot;2&quot;:0,&quot;3&quot;:3},{&quot;1&quot;:1,&quot;2&quot;:0,&quot;4&quot;:1}]},&quot;7&quot;:{&quot;1&quot;:[{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0,&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0}},{&quot;1&quot;:0,&quot;2&quot;:0,&quot;3&quot;:3},{&quot;1&quot;:1,&quot;2&quot;:0,&quot;4&quot;:1}]},&quot;8&quot;:{&quot;1&quot;:[{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0,&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0}},{&quot;1&quot;:0,&quot;2&quot;:0,&quot;3&quot;:3},{&quot;1&quot;:1,&quot;2&quot;:0,&quot;4&quot;:1}]},&quot;10&quot;:1,&quot;15&quot;:&quot;Calibri&quot;,&quot;16&quot;:11}" style="font-size: 11pt; font-family: Calibri, Arial;">आचार्य विनोबा भावे की जीवनी एक ऐसे महान समाज सुधारक एवं आध्यात्मिक गुरु की संक्षिप्त जीवन गाथा है जिनको प्रायः महात्मा गाँधी का आध्यात्मिक उत्त राधिकारी माना जाता है। उन्होंने अल्पायु में ही गृहत्याग कर दिया था और अपनी आध्यात्मिक ज्ञान की पिपासा को शांत करने के लिये अनेक प्राचीन वेद गं्रथों का अध्ययन किया।<br>वे महात्मा गाँधी से बहुत प्रभावित थे और एक शिष्य के रूप में उनके आश्रम में आए थे। वे गाँधीजी के अनेक रचनात्मक कार्यक्रमों में गहनता से शामिल रहे।<br>विनोबा व्यक्तिगत सत्याग्रह और भारत छोड़ो आंदोलन में भी प्रमुखता से शामिल थे। भारत की स्वतंत्रता के पश्चात् जब महात्मा गाँधी की हत्या हो गई थी तो अनेक लोगों द्वारा विनोबा को ही उनका उत्त राधिकारी माना गया किंतु वे राजनीति से दूर ही रहे।<br>उन्होंने भारत-भर में भूदान एवं सर्वोदय आंदोलन आरंभ किये और चम्बल घाटी के अनेक दुर्दांत डाकुओं को भी आत्मसमर्पण करने और जीवन को सुधारने हेतु प्रेरित किया।<br>पुस्तक में उनके जीवन का अत्यंत रोचक विवरण है कि कैसे महाराष्ट्र के एक छोटे-से गाँव का साधारण बालक बड़ा होकर एक इतना महान व्यक्ति बन गया कि उसे महान महात्मा गाँधी का आध्यात्मिक उत्त राधिकारी माना जाने लगा।</span><br></p>

Biography of Munshi Premchand: Famous Hindi Writer & Novelist (Hindi)

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<p><span data-sheets-value="{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:&quot;मुंशी प्रेमचंद की जीवनी एक ऐसे महान भारतीय लेखक की संक्षिप्त जीवन गाथा है जो अपनी आधुनिक हिन्दी-उर्दू साहित्य की रचनाओं के लिये प्रख्यात हैं। वे भारतीय उपमहाद्वीप के सर्वाधिक प्रसिद्ध लेखक थे और बीसवीं सदी के पूर्वाह्न केे भारतीय लेखकों में सर्वाधिक अग्रणी लेखकों में से एक माने जाते हैं। वे एक ऐसे उपन्यासकार, कथाकार एवं नाटककार थे जिन्हें साहित्यविदों द्वारा ‘उपन्यास सम्राट’ के नाम से संबोधित किया जाता है। उनकी रचनाओं में एक दर्जन से अधिक उपन्यास, प्रायः 300 लघु कथाएं, अनेक निबंध और विदेशी साहित्यिक रचनाओं के कई अनुवाद भी शामिल हैं। पुस्तक में इस महान रचनाकार के जीवन का एक दीप्तिमान वर्णन है कि कैसे एक साधारण-सा व्यक्ति, जो निर्धन पैदा हुआ और निर्धन ही मृत्यु को प्राप्त हुआ, अपनी असाधारण लेखनी द्वारा भारतीय साहित्य को अत्यंत समृद्ध बना गया। यदि उन्हें आधुनिक भारत का शेक्सपियर कहा जाए तो अतिशयोक्ति नहीं होगी।&quot;}" data-sheets-userformat="{&quot;2&quot;:12477,&quot;3&quot;:{&quot;1&quot;:0,&quot;3&quot;:1},&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:[{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0,&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0}},{&quot;1&quot;:0,&quot;2&quot;:0,&quot;3&quot;:3},{&quot;1&quot;:1,&quot;2&quot;:0,&quot;4&quot;:1}]},&quot;6&quot;:{&quot;1&quot;:[{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0,&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0}},{&quot;1&quot;:0,&quot;2&quot;:0,&quot;3&quot;:3},{&quot;1&quot;:1,&quot;2&quot;:0,&quot;4&quot;:1}]},&quot;7&quot;:{&quot;1&quot;:[{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0,&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0}},{&quot;1&quot;:0,&quot;2&quot;:0,&quot;3&quot;:3},{&quot;1&quot;:1,&quot;2&quot;:0,&quot;4&quot;:1}]},&quot;8&quot;:{&quot;1&quot;:[{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0,&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0}},{&quot;1&quot;:0,&quot;2&quot;:0,&quot;3&quot;:3},{&quot;1&quot;:1,&quot;2&quot;:0,&quot;4&quot;:1}]},&quot;10&quot;:1,&quot;15&quot;:&quot;Calibri&quot;,&quot;16&quot;:11}" style="font-size: 11pt; font-family: Calibri, Arial;">मुंशी प्रेमचंद की जीवनी एक ऐसे महान भारतीय लेखक की संक्षिप्त जीवन गाथा है जो अपनी आधुनिक हिन्दी-उर्दू साहित्य की रचनाओं के लिये प्रख्यात हैं। वे भारतीय उपमहाद्वीप के सर्वाधिक प्रसिद्ध लेखक थे और बीसवीं सदी के पूर्वाह्न केे भारतीय लेखकों में सर्वाधिक अग्रणी लेखकों में से एक माने जाते हैं।<br>वे एक ऐसे उपन्यासकार, कथाकार एवं नाटककार थे जिन्हें साहित्यविदों द्वारा ‘उपन्यास सम्राट’ के नाम से संबोधित किया जाता है। उनकी रचनाओं में एक दर्जन से अधिक उपन्यास, प्रायः 300 लघु कथाएं, अनेक निबंध और विदेशी साहित्यिक रचनाओं के कई अनुवाद भी शामिल हैं।<br>पुस्तक में इस महान रचनाकार के जीवन का एक दीप्तिमान वर्णन है कि कैसे एक साधारण-सा व्यक्ति, जो निर्धन पैदा हुआ और निर्धन ही मृत्यु को प्राप्त हुआ, अपनी असाधारण लेखनी द्वारा भारतीय साहित्य को अत्यंत समृद्ध बना गया। यदि उन्हें आधुनिक भारत का शेक्सपियर कहा जाए तो अतिशयोक्ति नहीं होगी।</span><br></p>

Biography of Bankim Chandra Chatterjee: Writer, Poet & Journalist (Hindi)

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<p><span data-sheets-value="{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:&quot;बंकिमचंद्र चटर्जी की जीवनी एक ऐसे महान लेखक की संक्षिप्त जीवन गाथा है जिन्होंने हमारा प्रिय राष्ट्रीय गीत ‘वंदे मातरम्’ लिखा था। यद्यपि वे एक बंगाली लेखक, कवि एवं पत्रकार थे फिर भी उन्हें संस्कृत से विशेष प्रेम था। उन्होंने अपना प्रथम उपन्यास अंग्रेजी में लिखा था। उनके उपन्यासों, निबंधों और समालोचनाओं सहित उनके कुछ लेख परंपरागत छंद-स्वरूप भारतीय कृतियों से पृथक थे तथा उन्होंने भारतवर्ष के लेखकों को प्रेरित करने का अपूर्व कार्य किया। यद्यपि उन्होंने ब्रिटिश काल की भारत सरकार में उपजिलाधिकारी एवं उप-दंडाधिकारी के रूप में कार्य किया, फिर भी उन्हें बंगाल के साहित्यिक पुर्नजागरण के साथ-साथ वृहद भारतीय उपमहाद्वीप का एक महत्वपूर्ण व्यक्तित्व माना जाता है। पुस्तक में उनके जीवन का अत्यंत प्रेरक विवरण है कि कैसे भारत में ब्रिटिश सरकार का एक उच्च अधिकारी एक प्रख्यात लेखक एवं पत्रकार बना और भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के कार्यकर्ताओं को अपनी रचनाओं से इस सीमा तक प्रेरित किया कि उनका गीत ‘वंदे मातरम्’ भारत के राष्ट्रीय गीत के रूप में अंगीकार कर लिया गया।&quot;}" data-sheets-userformat="{&quot;2&quot;:12477,&quot;3&quot;:{&quot;1&quot;:0,&quot;3&quot;:1},&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:[{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0,&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0}},{&quot;1&quot;:0,&quot;2&quot;:0,&quot;3&quot;:3},{&quot;1&quot;:1,&quot;2&quot;:0,&quot;4&quot;:1}]},&quot;6&quot;:{&quot;1&quot;:[{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0,&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0}},{&quot;1&quot;:0,&quot;2&quot;:0,&quot;3&quot;:3},{&quot;1&quot;:1,&quot;2&quot;:0,&quot;4&quot;:1}]},&quot;7&quot;:{&quot;1&quot;:[{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0,&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0}},{&quot;1&quot;:0,&quot;2&quot;:0,&quot;3&quot;:3},{&quot;1&quot;:1,&quot;2&quot;:0,&quot;4&quot;:1}]},&quot;8&quot;:{&quot;1&quot;:[{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0,&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0}},{&quot;1&quot;:0,&quot;2&quot;:0,&quot;3&quot;:3},{&quot;1&quot;:1,&quot;2&quot;:0,&quot;4&quot;:1}]},&quot;10&quot;:1,&quot;15&quot;:&quot;Calibri&quot;,&quot;16&quot;:11}" style="font-size: 11pt; font-family: Calibri, Arial;">बंकिमचंद्र चटर्जी की जीवनी एक ऐसे महान लेखक की संक्षिप्त जीवन गाथा है जिन्होंने हमारा प्रिय राष्ट्रीय गीत ‘वंदे मातरम्’ लिखा था।<br>यद्यपि वे एक बंगाली लेखक, कवि एवं पत्रकार थे फिर भी उन्हें संस्कृत से विशेष प्रेम था। उन्होंने अपना प्रथम उपन्यास अंग्रेजी में लिखा था। उनके उपन्यासों, निबंधों और समालोचनाओं सहित उनके कुछ लेख परंपरागत छंद-स्वरूप भारतीय कृतियों से पृथक थे तथा उन्होंने भारतवर्ष के लेखकों को प्रेरित करने का अपूर्व कार्य किया।<br>यद्यपि उन्होंने ब्रिटिश काल की भारत सरकार में उपजिलाधिकारी एवं उप-दंडाधिकारी के रूप में कार्य किया, फिर भी उन्हें बंगाल के साहित्यिक पुर्नजागरण के साथ-साथ वृहद भारतीय उपमहाद्वीप का एक महत्वपूर्ण व्यक्तित्व माना जाता है।<br>पुस्तक में उनके जीवन का अत्यंत प्रेरक विवरण है कि कैसे भारत में ब्रिटिश सरकार का एक उच्च अधिकारी एक प्रख्यात लेखक एवं पत्रकार बना और भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के कार्यकर्ताओं को अपनी रचनाओं से इस सीमा तक प्रेरित किया कि उनका गीत ‘वंदे मातरम्’ भारत के राष्ट्रीय गीत के रूप में अंगीकार कर लिया गया।</span><br></p>

Tibetan Caravans: Journeys From Leh to Lhasa

₹450.00 M.R.P.:₹ 450.00 You Save: ₹0.00  (0.00% OFF)
Journeys From Leh to Lhasa Born into an eminent merchant family in Ladakh in 1918, Khwaja Abdul Wahid Radhu, often described as 'the last caravaneer of Tibet and Central Asia, led an unusual life of adventure, inspiration and enlightenment. His family, and later he, had the ancestral honour of leading the biannual caravan which carried the Ladakhi kings tribute and homage to the Dalai Lama and the Tibetan government. Tibetan Caravans, his memoir, is an unparalleled narrative about trans-Himalayan trade—the riches, the politics and protocol, the challenging yet magnificent natural landscape, altitude sickness, snow storms, bandits and raiders, monks and soldiers.

ANUPAM KHER PRESENTS BHARATVARSHA

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This collection of ten essays on men who shaped India's identity is adapted from the popular show Bharatvarsha, hosted by actor-director Anupam Kher on ABP News. From rulers like Ashoka and Akbar to spiritual leaders like Gautama Buddha and Kabir, and from learned men like Adi Shankaracharya and Dara Shikoh to great warriors like Prithviraj Chauhan and Maharana Pratap, these men, through their ideas and deeds, continue to inspire the people of this huge subcontinent.

THE COUPLE

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The author of The Shelf returns with a new hilarious, thought-provoking and funny novel. 'Genius, funny and thought-provoking. 5 stars' - Carrie Hope Fletcher 'A romcom with a difference' - Sarra Manning'Funny and clever. I loved every single line' - Lucy Vine'So clever. I loved it' - Sophie Cousens'A fresh, funny, razor-sharp take on society's views of relationships. It's feminist, it's provocative and a total joy to read' - Hannah ToveyMillie is a perfectionist. She's happy, she's successful and, with a great support network of friends and family (and a very grumpy cat), she's never lonely. She loves working at a big tech firm and is on track be promoted to her dream role. The last thing she needs is romance messing up her perfectly organised world.Besides, normal people just don't have romantic relationships. Everyone knows that being in a couple is a bit . . . well, odd. You know, like having a pet snake or referring to yourself in the third person. Why rely on another person for your own happiness? Why risk the humiliation of unrequited love or the agony of a break-up? No, Millie is more than happy with her conventional single life.So, when Millie lands a new project at work, launching a pill that prevents you falling in love, it seems like the opportunity of a lifetime. That is, until she starts working with Ben. He's charming and funny, and Millie feels an instant connection to him.

WE SHOULD ALL BE FEMINISTS

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A beautiful hardback, elastic hinged desk diary with a week to a view alongside an inspiring and powerful quote or a photograph of Chimamanda and a brand-new introduction from her.'We teach girls to shrink themselves, to make themselves smaller.''Not one day longer.'

GAME CHANGER

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Game Changer is the riveting memoir of Shahid Afridi, one of modern crickets most controversial and accomplished practitioners. In 1996, as a teenager, Afridi hammered the fastest ODI century at the time. Today, Afridi holds the distinction of having hit the most number of sixes in the history of ODI cricket, scooping the most wickets in T20s and winning the most player-of-the match awards in the same format. In a career as unpredictable as his leg-break googlies and 'boom-boom power hitting, Afridi has been many things -- the lost kid focused on pulling his parents out of poverty, the desperate captain trying not to snitch on his corrupt teammates, the gallant Pashtun centurion staring down a hostile Indian crowd, and the bad boy at the centre of a balltampering scandal. In Game Changer, he sets the record straight once and for all. A must-read not only for his legion of fans across the world but also for those interested in cricket and Pakistans future..