Categories: Biography

Biography of Dheerubhai Ambani (Hindi)

₹35.00 M.R.P.:₹ 35.00 You Save: ₹0.00  (0.00% OFF)
<p><span data-sheets-value="{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:&quot;धीरूभाई अंबानी की जीवन गाथा सही मायने में एक आम भारतीय के ‘रंक से राजा’ बनने की कहानी है। वे एक गरीब स्कूल-मास्टर के घर में पैदा हुए और विश्व के सबसे बड़े उद्योगपतियों में से एक बनकर अमेरिका की प्रतिष्ठित पत्रिका ‘फोब्र्स-500’ में शुमार किए जाने लगे। उन्हें भारत का सर्वाधिक क्रांतिकारी एवं ऊर्जावान उद्यमी माना जाता है। वे एक महान दृष्टव्य वाले व्यक्ति थे। उनमें महान उद्यमशीलता विद्यमान थी। उन्होंने प्रत्येक अवसर का लाभ उठाते हुए व्यापार में अभूतपूर्व प्रगति की। उद्योग जगत में उनका यह अभूतपूर्व उत्थान भारतीय उद्योग के इतिहास की सर्वाधिक उल्लेखनीय घटना है। उन्हें व्यापक रूप से भारतीय इक्विटी-कल्ट (शेयर-संस्कृति) को आकार देने के लिये जाना एवं सराहा जाता है। उनकी अग्रणी पहल ने लाखों छोटे निवेशकों को बाजार में निवेश हेतु आकर्षित किया जिसमें पहले केवल कुछ चुनिंदा वित्त ीय संस्थानों का ही वर्चस्व रहता था। उनकी पहल और प्रयासों ने उन आम लोगों के लिये अरबों रुपयों का सृजन कर दिखाया, जिन्होंने उन पर और उनके दृष्टव्य पर भरोसा किया। उन्हें 20वीं सदी के भारतीय उद्यमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया और शताब्दी का धन-संपदा का सर्वश्रेष्ठ सृजक माना गया है। प्रबंधन संस्थानों के विद्यार्थी इस मैट्रिक पास, महान दृष्टव्य एवं व्यावसायिक कौशल वाले व्यक्ति के जीवन से सबक सीख सकते हैं। अंदर के पृष्ठों में इस बात अत्यंत रोचक एवं प्रेरक वर्णन है कि कैसे एक निर्धन ग्रामीण बालक इतनी अल्पावधि में भारत के औद्योगिक इतिहास की एक महान विभूति बन कर उभरा जो कि भारत के पूर्व-स्थापित बड़े औद्योगिक घराने अपने प्रचुर संसाधनों एवं राजनैतिक संबंधों के होते हुए भी एक शताब्दी में भी नहीं बन पाए थे।&quot;}" data-sheets-userformat="{&quot;2&quot;:12477,&quot;3&quot;:{&quot;1&quot;:0,&quot;3&quot;:1},&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:[{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0,&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0}},{&quot;1&quot;:0,&quot;2&quot;:0,&quot;3&quot;:3},{&quot;1&quot;:1,&quot;2&quot;:0,&quot;4&quot;:1}]},&quot;6&quot;:{&quot;1&quot;:[{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0,&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0}},{&quot;1&quot;:0,&quot;2&quot;:0,&quot;3&quot;:3},{&quot;1&quot;:1,&quot;2&quot;:0,&quot;4&quot;:1}]},&quot;7&quot;:{&quot;1&quot;:[{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0,&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0}},{&quot;1&quot;:0,&quot;2&quot;:0,&quot;3&quot;:3},{&quot;1&quot;:1,&quot;2&quot;:0,&quot;4&quot;:1}]},&quot;8&quot;:{&quot;1&quot;:[{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0,&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0}},{&quot;1&quot;:0,&quot;2&quot;:0,&quot;3&quot;:3},{&quot;1&quot;:1,&quot;2&quot;:0,&quot;4&quot;:1}]},&quot;10&quot;:1,&quot;15&quot;:&quot;Calibri&quot;,&quot;16&quot;:11}" style="font-size: 11pt; font-family: Calibri, Arial;">धीरूभाई अंबानी की जीवन गाथा सही मायने में एक आम भारतीय के ‘रंक से राजा’ बनने की कहानी है। वे एक गरीब स्कूल-मास्टर के घर में पैदा हुए और विश्व के सबसे बड़े उद्योगपतियों में से एक बनकर अमेरिका की प्रतिष्ठित पत्रिका ‘फोब्र्स-500’ में शुमार किए जाने लगे। उन्हें भारत का सर्वाधिक क्रांतिकारी एवं ऊर्जावान उद्यमी माना जाता है। वे एक महान दृष्टव्य वाले व्यक्ति थे। उनमें महान उद्यमशीलता विद्यमान थी। उन्होंने प्रत्येक अवसर का लाभ उठाते हुए व्यापार में अभूतपूर्व प्रगति की। उद्योग जगत में उनका यह अभूतपूर्व उत्थान भारतीय उद्योग के इतिहास की सर्वाधिक उल्लेखनीय घटना है। उन्हें व्यापक रूप से भारतीय इक्विटी-कल्ट (शेयर-संस्कृति) को आकार देने के लिये जाना एवं सराहा जाता है। उनकी अग्रणी पहल ने लाखों छोटे निवेशकों को बाजार में निवेश हेतु आकर्षित किया जिसमें पहले केवल कुछ चुनिंदा वित्त ीय संस्थानों का ही वर्चस्व रहता था। उनकी पहल और प्रयासों ने उन आम लोगों के लिये अरबों रुपयों का सृजन कर दिखाया, जिन्होंने उन पर और उनके दृष्टव्य पर भरोसा किया। उन्हें 20वीं सदी के भारतीय उद्यमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया और शताब्दी का धन-संपदा का सर्वश्रेष्ठ सृजक माना गया है। प्रबंधन संस्थानों के विद्यार्थी इस मैट्रिक पास, महान दृष्टव्य एवं व्यावसायिक कौशल वाले व्यक्ति के जीवन से सबक सीख सकते हैं। अंदर के पृष्ठों में इस बात अत्यंत रोचक एवं प्रेरक वर्णन है कि कैसे एक निर्धन ग्रामीण बालक इतनी अल्पावधि में भारत के औद्योगिक इतिहास की एक महान विभूति बन कर उभरा जो कि भारत के पूर्व-स्थापित बड़े औद्योगिक घराने अपने प्रचुर संसाधनों एवं राजनैतिक संबंधों के होते हुए भी एक शताब्दी में भी नहीं बन पाए थे।</span><br></p>

Dr Sarvapalli Radhakrishnan ki Jeevni (Hindi)

₹35.00 M.R.P.:₹ 35.00 You Save: ₹0.00  (0.00% OFF)
<p><span data-sheets-value="{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:&quot;डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णन एक महान दार्शनिक और राजनेता थे। वे भारत के प्रथम उपराष्ट्रपति और द्वितीय राष्ट्रपति थे। वे विश्वविद्यालय शिक्षा आयोग के अध्यक्ष भी थे। उन्हीं के मार्गदर्शन में स्वतंत्र भारत की शिक्षा प्रणाली की पुनः रचना की गई थी। वे जिस भी पद पर रहे, जीवन भर हृदय से शिक्षक ही बने रहे। शिक्षण व्यवसाय उनका प्रथम-प्रेम था और इसीलिये उनका जन्म दिवस सम्पूर्ण भारत में आज भी ‘शिक्षक दिवस’ के रूप में मनाया जाता है। वे भारत के तुलनात्मक धर्म और दर्शन के सर्वाधिक प्रभावशाली विद्वानों में से एक थे। उन्होंने यह दर्शाया कि सभी परंपराओं की दार्शनिक प्रजातियाँ परस्पर सुबोधगम्य हैं। इस प्रकार उन्होंने पूर्व एवं पश्चिम के मध्य एक सेतु का निर्माण किया। उन्होंने विश्व के लिये भारत के धार्मिक एवं दार्शनिक साहित्य के आधिकारिक भाष्य लिखे। अंदर के पृष्ठों में इस बात का रोचक वर्णन है कि कैसे एक मध्यमवर्गीय ग्रामीण परिवार का एक बालक बड़ा होकर एक महान दार्शनिक, शिक्षाविद् और राजनेता बना। पुस्तक पाठकों को उनके जीवन की प्रमुख घटनाओं, जीवन-चरित्र एवं व्यक्तित्व से परिचित करवाती है। हमें आशा है कि पुस्तक पाठकों की जिज्ञासा को शांत करने में सफल सिद्ध होगी।&quot;}" data-sheets-userformat="{&quot;2&quot;:12477,&quot;3&quot;:{&quot;1&quot;:0,&quot;3&quot;:1},&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:[{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0,&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0}},{&quot;1&quot;:0,&quot;2&quot;:0,&quot;3&quot;:3},{&quot;1&quot;:1,&quot;2&quot;:0,&quot;4&quot;:1}]},&quot;6&quot;:{&quot;1&quot;:[{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0,&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0}},{&quot;1&quot;:0,&quot;2&quot;:0,&quot;3&quot;:3},{&quot;1&quot;:1,&quot;2&quot;:0,&quot;4&quot;:1}]},&quot;7&quot;:{&quot;1&quot;:[{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0,&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0}},{&quot;1&quot;:0,&quot;2&quot;:0,&quot;3&quot;:3},{&quot;1&quot;:1,&quot;2&quot;:0,&quot;4&quot;:1}]},&quot;8&quot;:{&quot;1&quot;:[{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0,&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0}},{&quot;1&quot;:0,&quot;2&quot;:0,&quot;3&quot;:3},{&quot;1&quot;:1,&quot;2&quot;:0,&quot;4&quot;:1}]},&quot;10&quot;:1,&quot;15&quot;:&quot;Calibri&quot;,&quot;16&quot;:11}" style="font-size: 11pt; font-family: Calibri, Arial;">डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णन एक महान दार्शनिक और राजनेता थे। वे भारत के प्रथम उपराष्ट्रपति और द्वितीय राष्ट्रपति थे। वे विश्वविद्यालय शिक्षा आयोग के अध्यक्ष भी थे। उन्हीं के मार्गदर्शन में स्वतंत्र भारत की शिक्षा प्रणाली की पुनः रचना की गई थी। वे जिस भी पद पर रहे, जीवन भर हृदय से शिक्षक ही बने रहे। शिक्षण व्यवसाय उनका प्रथम-प्रेम था और इसीलिये उनका जन्म दिवस सम्पूर्ण भारत में आज भी ‘शिक्षक दिवस’ के रूप में मनाया जाता है। वे भारत के तुलनात्मक धर्म और दर्शन के सर्वाधिक प्रभावशाली विद्वानों में से एक थे। उन्होंने यह दर्शाया कि सभी परंपराओं की दार्शनिक प्रजातियाँ परस्पर सुबोधगम्य हैं। इस प्रकार उन्होंने पूर्व एवं पश्चिम के मध्य एक सेतु का निर्माण किया। उन्होंने विश्व के लिये भारत के धार्मिक एवं दार्शनिक साहित्य के आधिकारिक भाष्य लिखे। अंदर के पृष्ठों में इस बात का रोचक वर्णन है कि कैसे एक मध्यमवर्गीय ग्रामीण परिवार का एक बालक बड़ा होकर एक महान दार्शनिक, शिक्षाविद् और राजनेता बना। पुस्तक पाठकों को उनके जीवन की प्रमुख घटनाओं, जीवन-चरित्र एवं व्यक्तित्व से परिचित करवाती है। हमें आशा है कि पुस्तक पाठकों की जिज्ञासा को शांत करने में सफल सिद्ध होगी।</span><br></p>

Biography of Pandit Madan Mohan Malviya (Hindi)

₹35.00 M.R.P.:₹ 35.00 You Save: ₹0.00  (0.00% OFF)
<p><span data-sheets-value="{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:&quot;पंडित मदन मोहन मालवीय एक बहुमुखी व्यक्तित्व वाले व्यक्ति थे। वे एक महान देशभक्त, एक शिक्षाविद्, एक समाज सुधारक, एक उत्साहपूर्ण पत्रकार, एक अनिच्छुक किंतु प्रभावशाली अधिवक्ता, एक सफल सांसद एवं एक उत्कृष्ट राजनेता थे। वे अंतर्मन से धार्मिक एवं मूल रूप से हिंदू थे और साथ-ही वे आधुनिक शिक्षा द्वारा विज्ञान के प्रसार एवं हिंदू-मुस्लिम एकता के प्रवर्तक थे। वे अपने समय के एक महान स्वतंत्रता सेनानी थे किंतु उन्होंने इसके लिये संवैधानिक तरीकों और साधनों द्वारा संघर्ष किया न कि ब्रिटिश सरकार से सीधे टकराव द्वारा। वे कांग्रेस में सम्मिलित हुए और इसमें उच्चतम स्तर तक पहुँचे किंतु फिर भी कई बार उन्होंने इसकी नीतियों का विरोध किया, क्योंकि उन्हें लगा कि वे नीतियाँ राष्ट्रहित के विरुद्ध थीं। उन्होंने कभी भी कांग्रेस की हर बात पर आँखें बंद करके विश्वास नहीं किया। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय भारत के लिये उनका महानतम योगदान है। यह वास्तव में उनकी बड़ी उपलब्धि थी जो कि भारत की जनता की शिक्षा के हित में थी और जिसे उन्होंने स्वयं अपने जीवनकाल में प्रफलित होते हुए देखा। अंदर के पृष्ठों में इस बात का एक रोचक एवं प्रेरक वर्णन है कि कैसे एक साधारण कथावाचक का पुत्र ऊँचा उठकर ‘महामना’ कहलाया जो कि गांधी की ‘महात्मा’ के समान उपाधि है।&quot;}" data-sheets-userformat="{&quot;2&quot;:12477,&quot;3&quot;:{&quot;1&quot;:0,&quot;3&quot;:1},&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:[{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0,&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0}},{&quot;1&quot;:0,&quot;2&quot;:0,&quot;3&quot;:3},{&quot;1&quot;:1,&quot;2&quot;:0,&quot;4&quot;:1}]},&quot;6&quot;:{&quot;1&quot;:[{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0,&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0}},{&quot;1&quot;:0,&quot;2&quot;:0,&quot;3&quot;:3},{&quot;1&quot;:1,&quot;2&quot;:0,&quot;4&quot;:1}]},&quot;7&quot;:{&quot;1&quot;:[{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0,&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0}},{&quot;1&quot;:0,&quot;2&quot;:0,&quot;3&quot;:3},{&quot;1&quot;:1,&quot;2&quot;:0,&quot;4&quot;:1}]},&quot;8&quot;:{&quot;1&quot;:[{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0,&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0}},{&quot;1&quot;:0,&quot;2&quot;:0,&quot;3&quot;:3},{&quot;1&quot;:1,&quot;2&quot;:0,&quot;4&quot;:1}]},&quot;10&quot;:1,&quot;15&quot;:&quot;Calibri&quot;,&quot;16&quot;:11}" style="font-size: 11pt; font-family: Calibri, Arial;">पंडित मदन मोहन मालवीय एक बहुमुखी व्यक्तित्व वाले व्यक्ति थे। वे एक महान देशभक्त, एक शिक्षाविद्, एक समाज सुधारक, एक उत्साहपूर्ण पत्रकार, एक अनिच्छुक किंतु प्रभावशाली अधिवक्ता, एक सफल सांसद एवं एक उत्कृष्ट राजनेता थे। वे अंतर्मन से धार्मिक एवं मूल रूप से हिंदू थे और साथ-ही वे आधुनिक शिक्षा द्वारा विज्ञान के प्रसार एवं हिंदू-मुस्लिम एकता के प्रवर्तक थे। वे अपने समय के एक महान स्वतंत्रता सेनानी थे किंतु उन्होंने इसके लिये संवैधानिक तरीकों और साधनों द्वारा संघर्ष किया न कि ब्रिटिश सरकार से सीधे टकराव द्वारा। वे कांग्रेस में सम्मिलित हुए और इसमें उच्चतम स्तर तक पहुँचे किंतु फिर भी कई बार उन्होंने इसकी नीतियों का विरोध किया, क्योंकि उन्हें लगा कि वे नीतियाँ राष्ट्रहित के विरुद्ध थीं। उन्होंने कभी भी कांग्रेस की हर बात पर आँखें बंद करके विश्वास नहीं किया। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय भारत के लिये उनका महानतम योगदान है। यह वास्तव में उनकी बड़ी उपलब्धि थी जो कि भारत की जनता की शिक्षा के हित में थी और जिसे उन्होंने स्वयं अपने जीवनकाल में प्रफलित होते हुए देखा। अंदर के पृष्ठों में इस बात का एक रोचक एवं प्रेरक वर्णन है कि कैसे एक साधारण कथावाचक का पुत्र ऊँचा उठकर ‘महामना’ कहलाया जो कि गांधी की ‘महात्मा’ के समान उपाधि है।</span><br></p>

Biography of Dr C.V. Raman (Hindi)

₹35.00 M.R.P.:₹ 35.00 You Save: ₹0.00  (0.00% OFF)
<p><span data-sheets-value="{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:&quot;सी.वी. रमन की जीवनी भारत के सर्वाधिक ज्योतिर्मय पुत्र का जीवन-चित्रण है जिसने हमारे देश एवं विश्व में विज्ञान के क्षेत्र में अभूतपूर्व योगदान दिया। उन्होंने ‘रमन प्रभाव’ की खोज की जो कि उन्हीं के नाम से जाना जाता है। उन्होंने उस काल में नोबल पुरस्कार प्राप्त किया जब भारत स्वाधीन नहीं था और शिक्षा, प्रयोग एवं अनुसंधान की सुविधाएं अत्यंत दुर्लभ थीं। यह भी उनका एक दुर्लभ गुण था कि एक ऐसी सरकारी सेवा में कार्य करते हुए, जिसमें उनका विज्ञान और प्रयोगों से कोई संबंध नहीं था, उन्होंने रात-रातभर जागकर अध्ययन किया, प्रयोग किये, स्वतः गहन अनुसंधान करते रहे और विज्ञान के प्रति अपने प्रेम को जीवित रखा। अंदर के पृष्ठों में इस बात का खोजपूर्ण वर्णन है कि कैसे एक ग्रामीण बालक बड़ा होकर अपनी लगन और खोज करने की उत्कट भावना के साथ स्व-अध्ययन और प्रयोग करते-करते प्रथम भारतीय ही नहीं बल्कि प्रथम एशियाई वैज्ञानिक बना, जिसको नोबल पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इस प्रकार उसने विश्व के उन महानतम वैज्ञानिकों में अपना स्थान बना लिया जिन्होंने आधुनिक विज्ञान के मूलभूत सिद्धांतों की स्थापना की थी।&quot;}" data-sheets-userformat="{&quot;2&quot;:12477,&quot;3&quot;:{&quot;1&quot;:0,&quot;3&quot;:1},&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:[{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0,&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0}},{&quot;1&quot;:0,&quot;2&quot;:0,&quot;3&quot;:3},{&quot;1&quot;:1,&quot;2&quot;:0,&quot;4&quot;:1}]},&quot;6&quot;:{&quot;1&quot;:[{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0,&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0}},{&quot;1&quot;:0,&quot;2&quot;:0,&quot;3&quot;:3},{&quot;1&quot;:1,&quot;2&quot;:0,&quot;4&quot;:1}]},&quot;7&quot;:{&quot;1&quot;:[{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0,&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0}},{&quot;1&quot;:0,&quot;2&quot;:0,&quot;3&quot;:3},{&quot;1&quot;:1,&quot;2&quot;:0,&quot;4&quot;:1}]},&quot;8&quot;:{&quot;1&quot;:[{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0,&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0}},{&quot;1&quot;:0,&quot;2&quot;:0,&quot;3&quot;:3},{&quot;1&quot;:1,&quot;2&quot;:0,&quot;4&quot;:1}]},&quot;10&quot;:1,&quot;15&quot;:&quot;Calibri&quot;,&quot;16&quot;:11}" style="font-size: 11pt; font-family: Calibri, Arial;">सी.वी. रमन की जीवनी भारत के सर्वाधिक ज्योतिर्मय पुत्र का जीवन-चित्रण है जिसने हमारे देश एवं विश्व में विज्ञान के क्षेत्र में अभूतपूर्व योगदान दिया। उन्होंने ‘रमन प्रभाव’ की खोज की जो कि उन्हीं के नाम से जाना जाता है। उन्होंने उस काल में नोबल पुरस्कार प्राप्त किया जब भारत स्वाधीन नहीं था और शिक्षा, प्रयोग एवं अनुसंधान की सुविधाएं अत्यंत दुर्लभ थीं। यह भी उनका एक दुर्लभ गुण था कि एक ऐसी सरकारी सेवा में कार्य करते हुए, जिसमें उनका विज्ञान और प्रयोगों से कोई संबंध नहीं था, उन्होंने रात-रातभर जागकर अध्ययन किया, प्रयोग किये, स्वतः गहन अनुसंधान करते रहे और विज्ञान के प्रति अपने प्रेम को जीवित रखा। अंदर के पृष्ठों में इस बात का खोजपूर्ण वर्णन है कि कैसे एक ग्रामीण बालक बड़ा होकर अपनी लगन और खोज करने की उत्कट भावना के साथ स्व-अध्ययन और प्रयोग करते-करते प्रथम भारतीय ही नहीं बल्कि प्रथम एशियाई वैज्ञानिक बना, जिसको नोबल पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इस प्रकार उसने विश्व के उन महानतम वैज्ञानिकों में अपना स्थान बना लिया जिन्होंने आधुनिक विज्ञान के मूलभूत सिद्धांतों की स्थापना की थी।</span><br></p>

Biography of Dr C.V. Raman (Hindi)

₹35.00 M.R.P.:₹ 35.00 You Save: ₹0.00  (0.00% OFF)
<p><span data-sheets-value="{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:&quot;सी.वी. रमन की जीवनी भारत के सर्वाधिक ज्योतिर्मय पुत्र का जीवन-चित्रण है जिसने हमारे देश एवं विश्व में विज्ञान के क्षेत्र में अभूतपूर्व योगदान दिया। उन्होंने ‘रमन प्रभाव’ की खोज की जो कि उन्हीं के नाम से जाना जाता है। उन्होंने उस काल में नोबल पुरस्कार प्राप्त किया जब भारत स्वाधीन नहीं था और शिक्षा, प्रयोग एवं अनुसंधान की सुविधाएं अत्यंत दुर्लभ थीं। यह भी उनका एक दुर्लभ गुण था कि एक ऐसी सरकारी सेवा में कार्य करते हुए, जिसमें उनका विज्ञान और प्रयोगों से कोई संबंध नहीं था, उन्होंने रात-रातभर जागकर अध्ययन किया, प्रयोग किये, स्वतः गहन अनुसंधान करते रहे और विज्ञान के प्रति अपने प्रेम को जीवित रखा। अंदर के पृष्ठों में इस बात का खोजपूर्ण वर्णन है कि कैसे एक ग्रामीण बालक बड़ा होकर अपनी लगन और खोज करने की उत्कट भावना के साथ स्व-अध्ययन और प्रयोग करते-करते प्रथम भारतीय ही नहीं बल्कि प्रथम एशियाई वैज्ञानिक बना, जिसको नोबल पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इस प्रकार उसने विश्व के उन महानतम वैज्ञानिकों में अपना स्थान बना लिया जिन्होंने आधुनिक विज्ञान के मूलभूत सिद्धांतों की स्थापना की थी।&quot;}" data-sheets-userformat="{&quot;2&quot;:12477,&quot;3&quot;:{&quot;1&quot;:0,&quot;3&quot;:1},&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:[{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0,&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0}},{&quot;1&quot;:0,&quot;2&quot;:0,&quot;3&quot;:3},{&quot;1&quot;:1,&quot;2&quot;:0,&quot;4&quot;:1}]},&quot;6&quot;:{&quot;1&quot;:[{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0,&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0}},{&quot;1&quot;:0,&quot;2&quot;:0,&quot;3&quot;:3},{&quot;1&quot;:1,&quot;2&quot;:0,&quot;4&quot;:1}]},&quot;7&quot;:{&quot;1&quot;:[{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0,&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0}},{&quot;1&quot;:0,&quot;2&quot;:0,&quot;3&quot;:3},{&quot;1&quot;:1,&quot;2&quot;:0,&quot;4&quot;:1}]},&quot;8&quot;:{&quot;1&quot;:[{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0,&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0}},{&quot;1&quot;:0,&quot;2&quot;:0,&quot;3&quot;:3},{&quot;1&quot;:1,&quot;2&quot;:0,&quot;4&quot;:1}]},&quot;10&quot;:1,&quot;15&quot;:&quot;Calibri&quot;,&quot;16&quot;:11}" style="font-size: 11pt; font-family: Calibri, Arial;">सी.वी. रमन की जीवनी भारत के सर्वाधिक ज्योतिर्मय पुत्र का जीवन-चित्रण है जिसने हमारे देश एवं विश्व में विज्ञान के क्षेत्र में अभूतपूर्व योगदान दिया। उन्होंने ‘रमन प्रभाव’ की खोज की जो कि उन्हीं के नाम से जाना जाता है। उन्होंने उस काल में नोबल पुरस्कार प्राप्त किया जब भारत स्वाधीन नहीं था और शिक्षा, प्रयोग एवं अनुसंधान की सुविधाएं अत्यंत दुर्लभ थीं। यह भी उनका एक दुर्लभ गुण था कि एक ऐसी सरकारी सेवा में कार्य करते हुए, जिसमें उनका विज्ञान और प्रयोगों से कोई संबंध नहीं था, उन्होंने रात-रातभर जागकर अध्ययन किया, प्रयोग किये, स्वतः गहन अनुसंधान करते रहे और विज्ञान के प्रति अपने प्रेम को जीवित रखा। अंदर के पृष्ठों में इस बात का खोजपूर्ण वर्णन है कि कैसे एक ग्रामीण बालक बड़ा होकर अपनी लगन और खोज करने की उत्कट भावना के साथ स्व-अध्ययन और प्रयोग करते-करते प्रथम भारतीय ही नहीं बल्कि प्रथम एशियाई वैज्ञानिक बना, जिसको नोबल पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इस प्रकार उसने विश्व के उन महानतम वैज्ञानिकों में अपना स्थान बना लिया जिन्होंने आधुनिक विज्ञान के मूलभूत सिद्धांतों की स्थापना की थी।</span><br></p>

Biography of Dr. A.P.J. Abdul Kalam: Eminent Scientist & Ex-President of India

₹35.00 M.R.P.:₹ 35.00 You Save: ₹0.00  (0.00% OFF)
<p><span data-sheets-value="{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:&quot;The Biography of Dr. APJ Abdul Kalam is the life sketch of the great son of India who was a career scientist turned statesman. He was a great patriot and visionary. He was a down-to-earth man and deeply religious at heart with an open mind. He was intimately involved in India’s civilian space programme and military missile development efforts. He thus came to be known as the ‘Missile Man of India’ for his work on the development of ballistic missile and launch vehicle technology. He also played a pivotal role in India’s Pokharan-II nuclear tests in 1998, the first since the original nuclear test by India in 1974. Such was his charm that he was almost unanimously elected the 11th President of India in 2002 and was lovingly called the People’s President. After completing his term as President he returned to his civilian life of education, writing and public service. The inside pages contain an inspiring account of his life - how a humble boy of a poor boat owner rose to become a great scientist and ultimately the most admired President of India.&quot;}" data-sheets-userformat="{&quot;2&quot;:12477,&quot;3&quot;:{&quot;1&quot;:0,&quot;3&quot;:1},&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:[{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0,&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0}},{&quot;1&quot;:0,&quot;2&quot;:0,&quot;3&quot;:3},{&quot;1&quot;:1,&quot;2&quot;:0,&quot;4&quot;:1}]},&quot;6&quot;:{&quot;1&quot;:[{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0,&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0}},{&quot;1&quot;:0,&quot;2&quot;:0,&quot;3&quot;:3},{&quot;1&quot;:1,&quot;2&quot;:0,&quot;4&quot;:1}]},&quot;7&quot;:{&quot;1&quot;:[{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0,&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0}},{&quot;1&quot;:0,&quot;2&quot;:0,&quot;3&quot;:3},{&quot;1&quot;:1,&quot;2&quot;:0,&quot;4&quot;:1}]},&quot;8&quot;:{&quot;1&quot;:[{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0,&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0}},{&quot;1&quot;:0,&quot;2&quot;:0,&quot;3&quot;:3},{&quot;1&quot;:1,&quot;2&quot;:0,&quot;4&quot;:1}]},&quot;10&quot;:1,&quot;15&quot;:&quot;Calibri&quot;,&quot;16&quot;:11}" style="font-size: 11pt; font-family: Calibri, Arial;">The Biography of Dr. APJ Abdul Kalam is the life sketch of the great son of India who was a career scientist turned statesman. He was a great patriot and visionary. He was a down-to-earth man and deeply religious at heart with an open mind.<br>He was intimately involved in India’s civilian space programme and military missile development efforts. He thus came to be known as the ‘Missile Man of India’ for his work on the development of ballistic missile and launch vehicle technology. He also played a pivotal role in India’s Pokharan-II nuclear tests in 1998, the first since the original nuclear test by India in 1974.<br>Such was his charm that he was almost unanimously elected the 11th President of India in 2002 and was lovingly called the People’s President. After completing his term as President he returned to his civilian life of education, writing and public service.<br>The inside pages contain an inspiring account of his life - how a humble boy of a poor boat owner rose to become a great scientist and ultimately the most admired President of India.</span><br></p>

Biography of Shaheed Bhagat Singh: Revolutionary Leader & Freedom Fighter

₹35.00 M.R.P.:₹ 35.00 You Save: ₹0.00  (0.00% OFF)
<p><span data-sheets-value="{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:&quot;The Biography of Shaheed Bhagat Singh is the life sketch of a great revolutionary freedom fighter who was among the first few who attained martyrdom by sacrificing their lives for the independece of India from the British rule. Though they themselves could not see India free from foreign rule in their own lifetime but their supreme sacrifice paved the way for millions of Indians behind them to breathe in the freedom from British rule and years of slavery. He parted ways with Mahatma Gandhi and joined the revolutionary path of the great revolutionary Chandra Shekhar Azad to shake the very foundation of British rule in India. He was the mentor of many other great revolutionaries like Sukhdev and Rajguru who also sacrificed their lives for the great cause of freedom of India. The inside pages consist of an inspiring account of his life – how a village boy of Punjab rose to become a great revolutionary leader and freedom fighter. His supreme sacrifice still inspires millions of Indians after him. His contribution in the freedom struggle of India is unparalleled and his martyrdom was of the highest order in the history of India.&quot;}" data-sheets-userformat="{&quot;2&quot;:12477,&quot;3&quot;:{&quot;1&quot;:0,&quot;3&quot;:1},&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:[{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0,&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0}},{&quot;1&quot;:0,&quot;2&quot;:0,&quot;3&quot;:3},{&quot;1&quot;:1,&quot;2&quot;:0,&quot;4&quot;:1}]},&quot;6&quot;:{&quot;1&quot;:[{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0,&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0}},{&quot;1&quot;:0,&quot;2&quot;:0,&quot;3&quot;:3},{&quot;1&quot;:1,&quot;2&quot;:0,&quot;4&quot;:1}]},&quot;7&quot;:{&quot;1&quot;:[{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0,&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0}},{&quot;1&quot;:0,&quot;2&quot;:0,&quot;3&quot;:3},{&quot;1&quot;:1,&quot;2&quot;:0,&quot;4&quot;:1}]},&quot;8&quot;:{&quot;1&quot;:[{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0,&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0}},{&quot;1&quot;:0,&quot;2&quot;:0,&quot;3&quot;:3},{&quot;1&quot;:1,&quot;2&quot;:0,&quot;4&quot;:1}]},&quot;10&quot;:1,&quot;15&quot;:&quot;Calibri&quot;,&quot;16&quot;:11}" style="font-size: 11pt; font-family: Calibri, Arial;">The Biography of Shaheed Bhagat Singh is the life sketch of a great revolutionary freedom fighter who was among the first few who attained martyrdom by sacrificing their lives for the independece of India from the British rule. Though they themselves could not see India free from foreign rule in their own lifetime but their supreme sacrifice paved the way for millions of Indians behind them to breathe in the freedom from British rule and years of slavery.<br>He parted ways with Mahatma Gandhi and joined the revolutionary path of the great revolutionary Chandra Shekhar Azad to shake the very foundation of British rule in India. He was the mentor of many other great revolutionaries like Sukhdev and Rajguru who also sacrificed their lives for the great cause of freedom of India.<br>The inside pages consist of an inspiring account of his life – how a village boy of Punjab rose to become a great revolutionary leader and freedom fighter. His supreme sacrifice still inspires millions of Indians after him. His contribution in the freedom struggle of India is unparalleled and his martyrdom was of the highest order in the history of India.</span><br></p>

Biography of Lal Bahadur Shastri: Second Prime Minister of India

₹35.00 M.R.P.:₹ 35.00 You Save: ₹0.00  (0.00% OFF)
<p><span data-sheets-value="{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:&quot;The Biography of Lal Bahadur Shastri is the brief life sketch of the second Prime Minister of India who was also a significant figure in the freedom struggle of India. He was a true follower of Mahatma Gandhi and Jawaharlal Nehru and followed their footsteps throughout his life. In spite of his short stature he proved himself to be a towering statesman. He is best known for his qualities of simplicity, leadership and unblemished career. His short but illustrious career as Prime Minister continues to inspire millions of people of India even today. He lived a life of absolute honesty and when died, left no house, no land and no cash after him. His honesty has no parallel in world history in modern times. The inside pages consist of an inspiring account of his life - how a humble orphan boy of a poor family rose to become the Prime Minister of India and displayed such strength of character and leadership qualities that India sailed through smoothly in the toughest of times during India-Pakistan war of 1965, teaching Pakistan a hard lesson.&quot;}" data-sheets-userformat="{&quot;2&quot;:12477,&quot;3&quot;:{&quot;1&quot;:0,&quot;3&quot;:1},&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:[{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0,&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0}},{&quot;1&quot;:0,&quot;2&quot;:0,&quot;3&quot;:3},{&quot;1&quot;:1,&quot;2&quot;:0,&quot;4&quot;:1}]},&quot;6&quot;:{&quot;1&quot;:[{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0,&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0}},{&quot;1&quot;:0,&quot;2&quot;:0,&quot;3&quot;:3},{&quot;1&quot;:1,&quot;2&quot;:0,&quot;4&quot;:1}]},&quot;7&quot;:{&quot;1&quot;:[{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0,&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0}},{&quot;1&quot;:0,&quot;2&quot;:0,&quot;3&quot;:3},{&quot;1&quot;:1,&quot;2&quot;:0,&quot;4&quot;:1}]},&quot;8&quot;:{&quot;1&quot;:[{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0,&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0}},{&quot;1&quot;:0,&quot;2&quot;:0,&quot;3&quot;:3},{&quot;1&quot;:1,&quot;2&quot;:0,&quot;4&quot;:1}]},&quot;10&quot;:1,&quot;15&quot;:&quot;Calibri&quot;,&quot;16&quot;:11}" style="font-size: 11pt; font-family: Calibri, Arial;">The Biography of Lal Bahadur Shastri is the brief life sketch of the second Prime Minister of India who was also a significant figure in the freedom struggle of India.<br>He was a true follower of Mahatma Gandhi and Jawaharlal Nehru and followed their footsteps throughout his life.<br>In spite of his short stature he proved himself to be a towering statesman. He is best known for his qualities of simplicity, leadership and unblemished career.<br>His short but illustrious career as Prime Minister continues to inspire millions of people of India even today. He lived a life of absolute honesty and when died, left no house, no land and no cash after him. His honesty has no parallel in world history in modern times.<br>The inside pages consist of an inspiring account of his life - how a humble orphan boy of a poor family rose to become the Prime Minister of India and displayed such strength of character and leadership qualities that India sailed through smoothly in the toughest of times during India-Pakistan war of 1965, teaching Pakistan a hard lesson.</span><br></p>

Biography of Raja Ram Mohan Roy: Social Reformer & Maker of Modern India

₹35.00 M.R.P.:₹ 35.00 You Save: ₹0.00  (0.00% OFF)
<p><span data-sheets-value="{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:&quot;The Biography of Raja Ram Mohan Roy is the brief life sketch of the great social reformer who is also known as the Maker of Modern India. Raja Ram Mohan Roy is regarded as one of the most important figures in the Bengal Renaissance. He engendered the Brahmo Samaj, an influential Indian socio-religious reform movement. His remarkable influence was apparent in the field of politics, public administration and education as well as religion. He is best known for his efforts to abolish the practice of ‘Sati’ in India which was the practice in which the widow was compelled to sacrifice herself on her dead husband’s funeral pyre. The inside pages consist of an enlightening account of the life of this great son of India who was born perhaps in the darkest age in Modern Indian history but brought light to millions of Indians who were living in the utter darkness of socio-religious bondages and backwardness.&quot;}" data-sheets-userformat="{&quot;2&quot;:12477,&quot;3&quot;:{&quot;1&quot;:0,&quot;3&quot;:1},&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:[{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0,&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0}},{&quot;1&quot;:0,&quot;2&quot;:0,&quot;3&quot;:3},{&quot;1&quot;:1,&quot;2&quot;:0,&quot;4&quot;:1}]},&quot;6&quot;:{&quot;1&quot;:[{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0,&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0}},{&quot;1&quot;:0,&quot;2&quot;:0,&quot;3&quot;:3},{&quot;1&quot;:1,&quot;2&quot;:0,&quot;4&quot;:1}]},&quot;7&quot;:{&quot;1&quot;:[{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0,&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0}},{&quot;1&quot;:0,&quot;2&quot;:0,&quot;3&quot;:3},{&quot;1&quot;:1,&quot;2&quot;:0,&quot;4&quot;:1}]},&quot;8&quot;:{&quot;1&quot;:[{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0,&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0}},{&quot;1&quot;:0,&quot;2&quot;:0,&quot;3&quot;:3},{&quot;1&quot;:1,&quot;2&quot;:0,&quot;4&quot;:1}]},&quot;10&quot;:1,&quot;15&quot;:&quot;Calibri&quot;,&quot;16&quot;:11}" style="font-size: 11pt; font-family: Calibri, Arial;">The Biography of Raja Ram Mohan Roy is the brief life sketch of the great social reformer who is also known as the Maker of Modern India.<br>Raja Ram Mohan Roy is regarded as one of the most important figures in the Bengal Renaissance. He engendered the Brahmo Samaj, an influential Indian socio-religious reform movement.<br>His remarkable influence was apparent in the field of politics, public administration and education as well as religion. He is best known for his efforts to abolish the practice of ‘Sati’ in India which was the practice in which the widow was compelled to sacrifice herself on her dead husband’s funeral pyre.<br>The inside pages consist of an enlightening account of the life of this great son of India who was born perhaps in the darkest age in Modern Indian history but brought light to millions of Indians who were living in the utter darkness of socio-religious bondages and backwardness.</span><br></p>

Biography of Raj Kapoor: The Great Showman

₹35.00 M.R.P.:₹ 35.00 You Save: ₹0.00  (0.00% OFF)
<p><span data-sheets-value="{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:&quot;The Biography of Raj Kapoor is the brief life sketch of the legendary film-maker of India who is known as “Showman of Hindi Cinema” and also as “The Great Showman”. Raj Kapoor not only acted in films but he went on to produce and direct the best films of his era. His films demonstrate such an understanding of music and direction that continues to influence Bollywood film-making even today. His contribution to Indian cinema was tremendous and for that he was not only loved by Indian people but the people of many other countries like Russia, Japan, Middle-East, USA and UK. He was awarded with several prestigious awards including the Padma Bhushan and the Dada Saheb Phalke Award, which is the highest award in the field of cinema in India. The inside pages consist of an interesting account of his life - how a simple, humble clap boy rose to become a legendary actor, producer and director of Indian cinema and mesmerised the people of not only India but several other countries of the world as well.&quot;}" data-sheets-userformat="{&quot;2&quot;:12477,&quot;3&quot;:{&quot;1&quot;:0,&quot;3&quot;:1},&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:[{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0,&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0}},{&quot;1&quot;:0,&quot;2&quot;:0,&quot;3&quot;:3},{&quot;1&quot;:1,&quot;2&quot;:0,&quot;4&quot;:1}]},&quot;6&quot;:{&quot;1&quot;:[{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0,&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0}},{&quot;1&quot;:0,&quot;2&quot;:0,&quot;3&quot;:3},{&quot;1&quot;:1,&quot;2&quot;:0,&quot;4&quot;:1}]},&quot;7&quot;:{&quot;1&quot;:[{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0,&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0}},{&quot;1&quot;:0,&quot;2&quot;:0,&quot;3&quot;:3},{&quot;1&quot;:1,&quot;2&quot;:0,&quot;4&quot;:1}]},&quot;8&quot;:{&quot;1&quot;:[{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0,&quot;5&quot;:{&quot;1&quot;:2,&quot;2&quot;:0}},{&quot;1&quot;:0,&quot;2&quot;:0,&quot;3&quot;:3},{&quot;1&quot;:1,&quot;2&quot;:0,&quot;4&quot;:1}]},&quot;10&quot;:1,&quot;15&quot;:&quot;Calibri&quot;,&quot;16&quot;:11}" style="font-size: 11pt; font-family: Calibri, Arial;">The Biography of Raj Kapoor is the brief life sketch of the legendary film-maker of India who is known as “Showman of Hindi Cinema” and also as “The Great Showman”.<br>Raj Kapoor not only acted in films but he went on to produce and direct the best films of his era. His films demonstrate such an understanding of music and direction that continues to influence Bollywood film-making even today.<br>His contribution to Indian cinema was tremendous and for that he was not only loved by Indian people but the people of many other countries like Russia, Japan, Middle-East, USA and UK. He was awarded with several prestigious awards including the Padma Bhushan and the Dada Saheb Phalke Award, which is the highest award in the field of cinema in India.<br>The inside pages consist of an interesting account of his life - how a simple, humble clap boy rose to become a legendary actor, producer and director of Indian cinema and mesmerised the people of not only India but several other countries of the world as well.</span><br></p>